Category Archives: गतिविधि बुलेटिन

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रों ने जीती एक और लड़ाई : प्रमोशन और अंक सुधार के मुद्दे पर प्रशासन को किया झुकने पर मज़बूर

इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रों ने जीती एक और लड़ाई : प्रमोशन और अंक सुधार के मुद्दे पर प्रशासन को किया झुकने पर मज़बूर आह्वान संवाददाता इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन को दमन…

एकसमान सार्वभौमिक और निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा के लिए ‘जन स्वास्थ्य अधिकार मुहिम’

एकसमान सार्वभौमिक और निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा के लिए ‘जन स्वास्थ्य अधिकार मुहिम’ आह्वान डेस्क कोरोना महामारी और फ़ासीवादी सत्ता की आपराधिक लापरवाही का खामियाजा देश की आम आबादी को चुकाना…

प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट लीग द्वारा ऑनलाइन प्रदर्शनी ‘यथार्थवाद का मण्डप-2’ का आयोजन

प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट लीग ने ‘महामारी के दौर में कला’ विषय पर ऑनलाइन प्रदर्शनी आयोजित की। इस प्रदर्शनी में अलग-अलग जगहों से कलाकारों ने हिस्सेदारी की व उक्त विषय पर बनाई गई पेंटिंग, स्केच, वीडियो, कविताएँ एवं कोलाज साझा किए। यह प्रदर्शनी कोरोना काल में पैदा हुई मानवीय संकट के कारणों को कला के जरिये आमजन तक ले जाने का एक प्रयास थी।

छात्रों युवाओं ने भरी हुंकार समान शिक्षा सबको रोज़गार

इस बार के बिहार विधान सभा चुनाव में रोजगार एक मुख्य मुद्दा बनकर उभरा था और हर पार्टी द्वारा रोजगार के मुद्दे पर बड़े-बड़े चुनावी वादे किये गए थे। उनमें से नितीश की गठबंधन सरकार ने 19 लाख रोजगार का वादा किया था। इसी के मद्देनज़र बिहार में ‘वादा न तोड़ो अभियान’ की शुरुआत की गयी जिसमें कि सरकार से यह माँग की गयी कि वह 19 लाख रोजगार कैसे देगी इसकी रूप रेखा जनता के सामने प्रस्तुत करे।

काकोरी एक्शन के शहीदों की विरासत ज़िन्दाबाद!

काकोरी एक्शन के शहीद रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक़ उल्ला खाँ, रोशन सिंह और राजिन्द्रनाथ लाहिड़ी के 93वें शहादत दिवस पर दिशा छात्र संगठन और नौजवान भारत सभा की दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार आदि राज्यों की टीमों द्वारा प्रभात फ़ेरी, नुक्कड़ सभाओं, क्रान्तिकारी गीतों, विचार गोष्ठी, पोस्टर-पुस्तक प्रदर्शनी, आदि माध्यमों से इन क्रांतिकारियों के विचारों से लोगों को परिचित कराया गया।

शिक्षा-रोज़गार अधिकार अभियान, उत्तर प्रदेश की ओर से अभियान जारी

सबको एकसमान और नि:शुल्क शिक्षा एवं रोज़गार की गारण्टी सहित दस सूत्रीय माँगों वाले को लेकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों मे चलाये जा रहे शिक्षा-रोजगार अधिकार अभियान के तहत चित्रकूट, मऊ, इलाहाबाद, गोरखपुर, अम्बेडकरनगर, गाजीपुर, उरई आदि जिलों में सभाएं, बैठकें, घर-घर सम्पर्क किया जा रहा है।

लखनऊ में नौजवान भारत सभा और स्त्री मुक्ति लीग के नेतृत्व में प्रधानाचार्या के कार्यालय का घेराव

लखनऊ के खदरा इलाक़े में स्थित डीनोवो पब्लिक स्कूल द्वारा ‘शिक्षा का अधिकार’ (आरटीई) के तहत भर्ती छात्रों से परीक्षा शुल्क वसूलने के विरोध में नौजवान भारत सभा और स्त्री मुक्ति लीग के नेतृत्व में अभिभावकों ने स्कू‍ल की प्रधानाचार्या के कार्यालय का घेराव किया। ग़ौरतलब है कि कोरोना महामारी की सबसे बुरी मार मेहनतकश आबादी पर पड़ रही है।

26 नवम्बर की देशव्यापी हड़ताल के दौरान जगह-जगह कार्यक्रम

मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों, श्रम कानूनों में संशोधन व कर्मचारियों के अधिकारों पर हमलों के ख़िलाफ़ देशव्यापी हड़ताल के दौरान दिशा छात्र संगठन और नौजवान भारत सभा की टीमों ने दिल्ली, उत्तराखंड, लखनऊ, मुम्बई, इलाहाबाद, पटना, गोरखपुर, अम्बेडकरनगर, रोहतक, नरवाना समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में हो रहे प्रदर्शनों में भागीदारी की।

हरियाणा में पीटीआई शिक्षक बर्ख़ास्तगी के विरुद्ध आन्दोलन की राह पर

हरियाणा में 1983 पीटीआई शिक्षकों को कोरोना संकट के बीच में नौकरी से निकाल दिया गया। हरियाणा राज्य के अलग-अलग ज़िलों में 2010 बैच के शारीरिक शिक्षक अपने रोज़गार को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। पीटीआई अध्यापक कोरोना के ख़तरे के बीच उमसभरी गर्मी के थपेड़े खाते, बारिश में भीगते हुए भी अपने हक़ के लिए आवाज़ उठाते रहे हैं। राज्य भर की कर्मचारी यूनियनें, जनसंगठन और सामाजिक संगठन भी पीटीआई अध्यापकों के न्यायपूर्ण संघर्ष के समर्थन में आगे आ रहे हैं।

गतिविधियाँ

संरक्षण गृह में हुए यौन उत्पीड़न को सामान्य घटना के तौर पर नहीं देखा जा सकता है! बालिका गृह में यौन उत्पीड़न का यह कोई पहला मामला नही है इससे पहले भी मुज़फ़्फ़रपुर, देवरिया, प्रतापगढ़, पटना और देश के न जाने कितने शेल्टर होम्स में लड़कियाँ पूँजीवादी-पितृसत्ता के हवस का शिकार बन चुकी है। जो संरक्षण गृह बालिकाओं की सुरक्षा के लिए बनाये गये हैं वह लड़कियों के खिलाफ़ होने वाले अपराधों का अड्डा बन चुके हैं। सत्ता-प्रशासन और पूँजीवादी-पितृसत्ता के गठजोड़ से इन पाशविक घटनाओं के लिए ज़िम्मेदार अपराधी आसानी से बच निकलते है।