शिक्षा-रोज़गार अधिकार अभियान, उत्तर प्रदेश की ओर से अभियान जारी
सबको एकसमान और नि:शुल्क शिक्षा एवं रोज़गार की गारण्टी सहित दस सूत्रीय माँगों वाले को लेकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों मे चलाये जा रहे शिक्षा-रोजगार अधिकार अभियान के तहत चित्रकूट, मऊ, इलाहाबाद, गोरखपुर, अम्बेडकरनगर, गाजीपुर, उरई आदि जिलों में सभाएं, बैठकें, घर-घर सम्पर्क किया जा रहा है। नौजवान भारत सभा की ओर से चित्रकूट लोधौरा और बरेठी, बरिया, रामनगर, खंदेरवा और भैरमपुर तथा मऊ जिले के नवापुरा (बड़ी कम्हरिया) आदि गाँवो में सभा और नुक्कड़ नाटक आयोजित कर लोगों को संगठित होने की अपील की गयी। इन गाँवों में रहने वाली बड़ी आबादी भूमिहीन या नाममात्र की जमीन की मालिक है। ज्यादातर लोग दूसरों के खेतों पर मज़दूरी करने, निर्माण आदि के कामों में मज़दूरी करने या बाहर जाकर काम करने वाले हैं। इन कामों में लगे लोगों को बहुत कम दाम (150-250 रुपए) पर काम करके जीवन-यापन करना पड़ता है। नौभास के कार्यकर्ताओं ने रोज़गार के संकट, महँगी होती शिक्षा, चिकित्सा सुविधा की समस्या और कम मज़दूरी के सवाल पर विस्तार से बातचीत रखी। साथ ही मौज़ूदा किसान आन्दोलन के चरित्र पर विस्तार से चर्चा की। ज़्यादातर गरीबों को एमएसपी की लड़ाई के जनविरोधी चरित्र को समझने में जरा भी दिक्कत नहीं हुई क्योंकि इनमें से बहुत बड़ी आबादी, जो मजदूरी करके जीवन यापन करती है और खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों की मार झेल रही है, उसके लिए अनाज की कीमतों में वृद्धि और बरबादी लेकर आएगी। साथ ही फ़ासीवादी मोदी सरकार द्वारा आवश्यक वस्तु अधिनियम में बदलाव के प्रतिरोध पर बातचीत की गई।
मुक्तिकामी छात्रों-युवाओं का आह्वान, नवम्बर 2020-फ़रवरी 2021
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