पाठक मंच, जनवरी-फरवरी 2018 – पत्रिका को नियमित कीजिये – केशव, पटना
हमारी कलम जब जब उठती है ,
बगावत लिखती है
बगावत, इंसान का इंसान के शोषण के खिलाफ़,
अमीरों का गरीबों के दोहन के खिलाफ,
झुग्गियों में दहाड़ती
भुखमरी के खिलाफ़,
भीड़ में मँडराती
बेरोज़गारी के खिलाफ़