उद्धरण, जुलाई-अगस्त 2017
मानव श्रम तथा सृजनात्मकता का इतिहास मानव इतिहास से कहीं अधिक दिलचस्प और महत्वपूर्ण है। मनुष्य एक सौ वर्ष का होने से पहले ही मर जाता है , परन्तु उसकी कृतियाँ शताब्दियों तक अमर रहती हैं। विज्ञान की अभूतपूर्व उपलब्धियों तथा उसकी द्रुत प्रगति का यही कारण है कि वैज्ञानिक अपने क्षेत्र विशेष के विकास के इतिहास की जानकारी रखते हैं । विज्ञान तथा साहित्य में बहुत कुछ समान है : दोनों में प्रेक्षण, तुलना तथा अध्ययन प्रमुख भूमिका अदा करते हैं। लेखक तथा वैज्ञानिक दोनों में कल्पना शक्ति तथा अन्तर्दृष्टि का होना आवश्यक है। मानव श्रम तथा सृजनात्मकता का इतिहास मानव इतिहास से कहीं अधिक दिलचस्प और महत्वपूर्ण है।