अक्तूबर क्रान्ति और रूसी साम्राज्य की दमित कौमों की मुक्ति के विषय में ट्रॉट-बुण्डवादियों के विचार: अपढ़पन का एक और नमूना
‘प्रतिबद्ध-ललकार’ के ट्रॉट-बुण्डवादी महोदय का यह दावा कि अक्तूबर क्रान्ति ने रूसी साम्राज्य की सभी दमित कौमों में सीधे समाजवादी क्रान्ति द्वारा कौमी आज़ादी के सवाल को हल किया, केवल यही दिखलाता है कि ‘प्रतिबद्ध’ के सम्पादक श्री ट्रॉट-बुण्डवादी ने न तो मार्क्सवाद-लेनिनवाद के मूलभूत सिद्धान्तों का ही ढंग से अध्ययन किया है, और न ही बोल्शेविक क्रान्ति, समाजवादी निर्माण और कौमी सवाल के हल होने की प्रक्रिया के पूरे इतिहास का कोई अध्ययन किया है।