Category Archives: गतिविधि बुलेटिन

पंजाब / लखनऊ में मनाया गया शहादत दिवस

नौजवान भारत सभा ने पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों – लुधियाना, मण्डी गोबिन्दगढ़, माछीवाड़ा, पखोवाल, रायकोट, जगराओं, नवाँ शहर, जोनेवाल, खन्ना, अलोड़ गाँव, जोनेवाल गाँव में महान शहीदों भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव की शहादत की बरसी पर ज़ोरदार प्रचार अभियान चलाया। हज़ारों लोगों तक शहीदों के विचारों को पहुँचाया गया। इस अवसर पर पंजाबी और हिन्दी भाषा में बड़े पैमाने पर पर्चा भी बाँटा गया। शहीद भगतसिंह की तस्वीर वाला एक आकर्षक पोस्टर पंजाब के अनेक शहरों और गाँवों में चिपकाया गया। लुधियाना, मण्डी गोबिन्दगढ़ और माछीवाड़ा में क्रान्तिकारी नाटकों और गीतों के कार्यक्रमों के ज़रिये शहीदों को श्रद्धांजलि की गयी।

क्रान्तिकारी जागृति अभियान

आज़ादी के 62 साल बाद का हिन्दुस्तान क्या वैसा ही है जिसका सपना दिलों में लेकर चंद्रशेखर आज़ाद, भगतसिंह, और उनके हज़ारों क्रान्तिकारी साथियों ने हँसते-हँसते मौत को गले लगाया था? जानलेवा महँगाई, बेरोज़गारी, देशी-विदेशी पूँजीपतियों को लूट की खुली छूट, ग़रीबी के महासागर में खड़ी ऐयाशी की मीनारें, क़दम-क़दम पर फ़ैला भ्रष्टाचार – क्या यही है शहीदों के सपनों का हिन्दुस्तान? क्या देश के करोड़ों-करोड़ मेहनतकश और नौजवान इस अन्यायी और ज़ालिम व्यवस्था में ऐसे ही घुट-घुटकर जीते रहेंगे? – इन्हीं जलते सवालों को लेकर नौजवान भारत सभा, बिगुल मज़दूर दस्ता, स्त्री मज़दूर संगठन और जागरूक नागरिक मंच के कार्यकर्ता ‘क्रान्तिकारी जागृति अभियान’ के दौरान लोगों के बीच गये। और उन्होंने इन सवालों के जवाब भी लोगों के बीच रखे। एक महीने के दौरान हुई दर्जनों सभाओं और कार्यक्रमों तथा बाँटे गये पर्चों में अभियान टोली ने कहा कि भगतसिंह और उनके साथियों की शहादत की 80वीं बरसी का यही सन्देश है कि हम मेहनतकश इन महान इन्क़लाबियों के जीवन और विचारों से प्रेरणा लेकर पस्तहिम्मती के अँधेरे से बाहर आयें और पूँजी की ग़ुलामी की बेड़ियों को तोड़ने के लिए कमर कसकर उठ खड़े हों।

राष्ट्रीय शहरी रोज़गार गारण्टी अभियान

नौजवान भारत सभा व दिशा छात्र संगठन विगत छह माह से राष्ट्रीय शहरी रोज़गार गारण्टी अभियान चला रहे हैं। इस अभियान के तहत उत्तर प्रदेश के लखनऊ, गोरखपुर, नोएडा, ग़ाज़ियाबाद आदि क्षेत्रों में, पंजाब के लुधियाना और चण्डीगढ़, बंगाल के कोलकाता, महाराष्ट्र के मुम्बई और दिल्ली में जगह–जगह अभियान टोली नुक्कड़ सभाओं, घर–घर अभियान, सांस्कृतिक कार्यक्रम और साइकिल यात्राओं द्वारा रोज़गार के अधिकार को शहरी बेरोज़गारों और ग़रीबों के बुनियादी हक़ के तौर पर स्थापित करने की माँग को प्रचारित कर रही है। इस अभियान के तहत दिल्ली के करावल नगर, मुस्तफाबाद बाद आदि इलाकों में नुक्कड़ सभाओं, क्रान्तिकारी गीतों व सांस्कृतिक कार्यक्रमों, पोस्टरों आदि के जरिये रोज़गार गारण्टी के सन्देश को हर शहरी गरीब और बेरोज़गार तक पहुँचाया जा रहा है।

शहीदे-आज़म भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरू के 78वें शहादत दिवस पर नौभास व दिशा का दो-दिवसीय कार्यक्रम

भगतसिंह, राजगुरू और सुखदेव के 78वें शहादत दिवस (23 मार्च, 2009) के अवसर पर नौजवान भारत सभा और दिशा छात्र संगठन ने दिल्ली के दिलशाद गार्डेन और करावलनगर इलाकों में व्यापक पैमाने पर कार्यक्रमों का आयोजन किया। 22 मार्च की शाम को जी.टी.बी. अस्पताल के कैम्पस के भीतर एक पोस्टर प्रदर्शनी, म्यूज़िक कंसर्ट और पर्चा वितरण का आयोजन किया गया। इसमें भगतसिंह और साथी क्रान्तिकारियों के जीवन पर एक विशाल पोस्टर प्रदर्शनी का अयोजन किया गया। इसके अलावा घर-घर जाकर लोगों को प्रदर्शनी देखने के लिए आमन्त्रित किया गया। लोगों की भीड़ आने पर म्यूज़िक कंसर्ट का भी आयोजन किया गया जिसमें क्रान्तिकारी गीतों की प्रस्तुति की गई।

जनचेतना द्वारा क्रान्तिकारी, प्रगतिशील साहित्य की पुस्तक प्रदर्शनी

जनचेतना सचल वाहन की 70 दिन की पुस्तक प्रदर्शनी 6 जनवरी से 17 मार्च तक दिलशाद गार्डन तथा दिल्ली विश्वविद्यालय (आर्ट्स फ़ैकल्टी, हिन्दू कालेज, रामजस कालेज, स्कूल आफ़ बिजनस, सत्यवती कालेज, श्रदानन्द कालेज आदि तमाम कालेजों, हास्टलों तथा उससे सटे तमाम आवासीय परिसरों और बाज़ारों) में लगाई गई। फ़िलहाल यह प्रदर्शनी दिल्ली के रोहिणी, बादली आदि इलाकों में जारी है।

दिशा व नौभास द्वारा दिल्‍ली में पाँच दिवसीय ‘युवा रचनात्मकता शिविर’ का आयोजन

शिविर के दौरान छात्रों-नौजवानों ने पढ़ाई, विचार–विमर्श, खेलकूद, कविता लेखन प्रतियोगिता, गीत-संगीत, मिमिक्री, व्याख्यान जैसी गतिविधियों में हिस्सा लिया। प्रत्येक दिन सत्र की शुरुआत किसी विषय पर किसी युवा साथी द्वारा व्याख्यान के साथ होती थी। इन पाँच दिनों के दौरान, ‘क्रान्ति क्यों करें?’, ‘ब्रम्हाण्ड की उत्पत्ति’, ‘भारत में क्रान्तिकारी आन्दोलन का इतिहास’, ‘फ़ासीवाद क्या है और उससे कैसे लड़ें?’ जैसे विषयों पर वक्तव्य हुए। इसके अतिरिक्त, भारतीय समाज में ‘प्रेम, परम्परा और विद्रोह’, ‘भारत में बेरोज़गारी’ आदि जैसे विषयों पर विचार–विमर्श चक्र का आयोजन किया गया। शाम के समय सभी नौजवान क्रिकेट, वॉलीबॉल, कबड्डी आदि जैसे शारीरिक खेलों या फ़िर डम्ब शराड, अन्ताक्षरी, पर्ची का रहस्य आदि जैसी मनोरंजक गतिविधियों में शिरकत करते थे। हर रात को सामाजिक आन्दोलनों से जुड़ी किसी फ़िल्म का शो होता था। इन पाँच दिनों के दौरान ‘उमर मुख़्तारः दि लायन ऑफ़ डेज़र्ट’, ‘दि ग्रेट डिक्टेटर’, ‘टेन डेज़ दैट शुक द वर्ल्ड’, ‘अक्टूबर’ जैसी फ़िल्मों को दिखलाया गया।

दिल्ली विश्वविद्यालय में नए सत्र की शुरुआत पर दिशा का 15–दिवसीय सहायता डेस्क

दिल्ली विश्वविद्यालय के नये सत्र में दाखिले की शुरुआत के साथ ही अपनी परम्परा का निर्वाह करते हुए दिशा छात्र संगठन की दिल्ली विश्वविद्यालय इकाई ने कैम्पस के नवागंतुकों के लिए सहायता डेस्क का आयोजन किया। दिशा पिछले तीन वर्षों से यह सहायता डेस्क लगा रहा है और उसका सहायता डेस्क सबसे विशाल और लोकप्रिय माना जाता है। इस सहायता डेस्क पर पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन होता है और यह एक सांस्कृतिक केन्द्र के समान होता है। आर्ट्स फ़ैकल्टी, नॉर्थ कैम्पस में 1 जून से 15 जून तक यह सहायता डेस्क लगा रहा। इसमें हज़ारों की संख्या में छात्र मदद के लिए आए और दिशा के वालंटियरों ने फ़ॉर्म भरने सम्बन्धी दिक्कतों और दाखिले सम्बन्धी भ्रमों और नाजानकारियों को कुशलता के साथ दूर किया और छात्रों की मदद की। इसके साथ ही दिशा ने छात्रों को एक सहायता नम्बर भी दिया जिस पर फ़ोन करके दाखिले सम्बन्धी सभी जानकारियाँ प्राप्त की जा सकती थीं।

स्त्री मुक्ति लीग द्वारा स्त्री दिवस पर दिल्‍ली में जनसभा का आयोजन

स्त्री मुक्ति लीग ने दिल्ली के दिलशाद गार्डन इलाके में अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के शताब्दी वर्ष की शुरुआत के उपलक्ष्य में एक जनसभा का आयोजन किया। यह जनसभा जी.टी.बी. अस्पताल के रिहायशी परिसर के भीतर आयोजित की गई। इसमें एक स्त्री मुक्ति के प्रश्न पर एक पोस्टर प्रदर्शनी, पुस्तक प्रदर्शनी और गीत संध्या का आयोजन किया गया।

देश के विभिन्न हिस्सों में चुनाव का भण्डाफ़ोड़ अभियान

15वें लोकसभा चुनावों के मौके पर विभिन्न क्रान्तिकारी जनसंगठनों और पत्र-पत्रिकाओं ने पूँजीवादी चुनावी जनतन्त्र की असलियत बयान करते हुए जनता के विभिन्न हिस्सों के बीच प्रचार अभियान चलाया।

दिल्ली में चुनावी भण्डाफ़ोड़ अभियान

दिल्ली सहित पाँच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों की नौटंकी और जनता के साथ होते इस धोखाधड़ी के खेल का पर्दाफाश करते हुए ‘बिगुल मज़दूर दस्ता’, ‘नौजवान भारत सभा’ और ‘दिशा छात्र संगठन’ ने मिलकर ‘चुनाव भण्डाफोड़ अभियान’ 21 नवम्बर से 28 नवम्बर तक दिल्ली के कई इलाकों में सघन रूप से चलाया। करावलनगर से शुरू हुए इस अभियान में 58 वर्षों से चल रहें धनतंत्र के इस खेल की असलियत उजागर करता एक पर्चा ‘किसे चुनें? सांपनाथ, नागनाथ या बिच्छूप्रसाद को?’ पूरे इलाके में नुक्कड़ सभाएँ करते हुए बाँटा गया।