पंजाब में मनाया गया 23 मार्च 1931 के शहीदों का शहादत दिवस
पंजाब संवाददाता
नौजवान भारत सभा ने पंजाब के विभिन्न क्षेत्रों – लुधियाना, मण्डी गोबिन्दगढ़, माछीवाड़ा, पखोवाल, रायकोट, जगराओं, नवाँ शहर, जोनेवाल, खन्ना, अलोड़ गाँव, जोनेवाल गाँव में महान शहीदों भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव की शहादत की बरसी पर ज़ोरदार प्रचार अभियान चलाया। हज़ारों लोगों तक शहीदों के विचारों को पहुँचाया गया। इस अवसर पर पंजाबी और हिन्दी भाषा में बड़े पैमाने पर पर्चा भी बाँटा गया। शहीद भगतसिंह की तस्वीर वाला एक आकर्षक पोस्टर पंजाब के अनेक शहरों और गाँवों में चिपकाया गया। लुधियाना, मण्डी गोबिन्दगढ़ और माछीवाड़ा में क्रान्तिकारी नाटकों और गीतों के कार्यक्रमों के ज़रिये शहीदों को श्रद्धांजलि की गयी।
लुधियाना में नौभास के सहयोग से कारख़ाना मज़दूर यूनियन ने समराला चौक के पास ई.डब्ल्यू.एस. कालोनी में 21 मार्च को क्रान्तिकारी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया। इसकी तैयारी के लिए मज़दूर बस्तियों के बेड़ों और मण्डियों में पर्चे बाँटे गये। बेड़ों में मीटिंगें की गयीं। कमरे-कमरे जाकर मज़दूरों को कार्यक्रम में पहुँचने का सन्देश दिया गया। कार्यक्रम की शुरुआत क्रान्तिकारी गीतों से हुई। इसके बाद शहीद भगतसिंह के अन्तिम जेल जीवन पर आधारित दविन्दर दमन का लिखा नाटक ‘’शहादत से पहले’‘ और पूँजीवादी संसदीय व्यवस्था के ढोंग के बारे में गुरशरन सिंह का लिखा नाटक ‘’हवाई गोले’‘ पेश किया गया। कारख़ाना मज़दूर यूनियन लुधियाना के संयोजक राजविन्दर ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि शहीदों का सपना पूरा करने के लिए ज़रूरी है कि हम जातियों, धर्मों और इलाकों के झगड़ों से ऊपर उठकर मज़दूरों की वर्गीय एकता कायम करें।
नौभास की मण्डी गोबिन्दगढ़ इकाई द्वारा शहर के संगतपुरा मुहल्ले में 22 मार्च की शाम को क्रान्तिकारी नाटकों व गीतों के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मण्डी गोबिन्दगढ़, खन्ना तथा इलाके के कुछ गाँवों में बड़े पैमाने पर पर्चा बाँटकर लोगों तक क्रान्तिकारी शहीदों के विचारों को पहुँचाया गया और शहीदों के सपने पूरा करने के लिए आगे आने के लिए उनका आह्नान किया गया।
माछीवाड़ा की इन्दिरा कालोनी में नौभास द्वारा क्रान्तिकारी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 27 मार्च की शाम को कार्यक्रम शुरू होने से पहले नौजवानों द्वारा मशाल जुलूस निकाला गया। ‘’इन्कलाब जिन्दाबाद’‘, ‘’शहीद भगतसिंह, सुखदेव, राजगुरु अमर रहें’‘, ‘’अमर शहीदों का पैग़ाम, जारी रखना है संग्राम’‘ आदि नारे बुलन्द करते हुए नौजवान स्त्री-पुरुषों का यह जुलूस माछीवाड़ी की सड़कों और गलियों से गुज़रा। लोगों ने घरों से निकलकर मशाल जुलूस का स्वागत किया। नौजवानों ने मशाल जुलूस के दौरान लोगों में शहीदों के विचारों का परिचय देता पर्चा भी बाँटा।
लखनऊ में साइकिल रैली तथा प्रदर्शनी
लखनऊ संवाददाता
दिशा छात्र संगठन और नौजवान भारत सभा की ओर से लखनऊ के खदरा इलाके में 23 मार्च को साइकिल रैली निकाली गयी तथा जगह-जगह सभाएँ करके लोगों तक शहीदों के सपनों और विचारों को पहुँचाया गया और एक नये इन्क़लाब के लिए आगे आने का आह्वान किया गया। साइकिलों पर नारे लिखी हुई तख्तियाँ लगाकर नौजवानों की टोली ललई चौराहा, दीनदयाल नगर, शिवनगर आदि में छोटी-बड़ी सभाएँ करते हुए बड़ी पकड़िया पर पहुँची जहाँ एक बड़ी सभा की गयी और क्रान्तिकारी गीत प्रस्तुत किये गये। यहाँ नौजवानों का आह्वान करते हुए पोस्टरों की प्रदर्शनी और क्रान्तिकारी साहित्य की प्रदर्शनी भी आयोजित की गयी। सभी कार्यक्रमों में स्थानीय नागरिक और नौजवान उत्साह के साथ शामिल हुए।
सभाओं में तथा इस अवसर पर बाँटे गये पर्चे में कहा गया कि आज के इस दमघोंटू माहौल को बदल डालने और एक नया हिन्दुस्तान तथा नयी जिन्दगी बनाने के लिए नौजवानों को आपसी भेदभाव भुलाकर एकजुट संघर्ष करना होगा। यही शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
मुक्तिकामी छात्रों-युवाओं का आह्वान, मार्च-अप्रैल 2010
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