नौजवान भारत सभा द्वारा सफ़ाई एवं स्वास्थ्य के मुद्दे पर संघर्ष की शुरुआत
आह्वान के पिछले अंक में हमने जो रिपोर्ट दी थी। वह यह थी कि लखनऊ के खदरा क्षेत्र में डेंगू, मलेरिया, मियादी लोगों द्वारा चिन्हित समस्याएँ थीं कि नालियों की सफ़ाई नहीं होती, जिसमें पानी इकट्ठा होता है और मच्छर पनपते हैं और भी तमाम परेशानियाँ होती हैं। पीने का पानी जो सप्लाई द्वारा आता है, वह कई बार बदबूदार व झागदार होता है, हैण्डपाइप कई महीनों-सालों से ख़राब हैं, शिकायत-पत्र देने पर भी ठीक नहीं किये जाते और तरह-तरह के बहाने बनाकर टाल दिया जाता है। बाक़ी तीन मुद्दे नौजवान भारत सभा द्वारा भी सुझाये गये कि इस इलाक़े में एक सरकारी डिस्पेंसरी होनी चाहिए। क्षेत्र में पर्याप्त मात्र में कूडे़दान रखे जायें और हर माह क्लोरीन की गोली भी बाँटी जाये, ताकि लोग साफ पानी पी सकें। सभा में लगभग 100 लोगों ने भागीदारी की, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएँ भी थीं। सभी ने किसी भी वक़्त साथ खड़े होने की बात की।