बवाना की फैक्टरी में मौत का तांडव: एक रिपोर्ट
इसे दुर्घटना न कह कर हत्या कहना ज्यादा उचित होगा। कहने के लिए तो बवाना में शनिवार के दिन अवकाश होता है, पर इस दिन भी मालिक कारखाने को चला रहा था। मालिक अन्दर और बाहर से फैक्टरी में ताला लगाकर मजदूरों की जान से खिलवाड़ कर रहा था। वास्तव में देखा भी जाए तो इन फैक्ट्री मालिकों के लिए मज़दूरों का मरना कीड़े मकोड़ों के मरने से कुछ अधिक नहीं है।