काकोरी एक्शन के शहीदों की शान में कार्यक्रम
काकोरी एक्शन के शहीदों के शहादत के अवसर पर रोहतक, हरियाणा में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इसके तहत महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय के पुस्तकालय के लॉन में पोस्टर एवं पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन किया तथा काकोरी एक्शन के शहीदों की याद में निकाले गये परचे का व्यापक वितरण किया गया। इसके अलावा हुडा सिटी पार्क में पोस्टर, पुस्तक प्रदर्शनी और परचा वितरण के माध्यम से काकोरी एक्शन के शहीदों के सपनों, उनकी विरासत और उनके आदर्शों से आम जनमानस को परिचित कराया। कार्यक्रम के अन्तिम दिन शहर के बस अड्डे पर नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से परचा वितरण किया गया। दिशा छात्र संगठन से जुड़े मनजीत ने कहा कि आज के समय देश में साम्प्रदायिकता-जातिवाद को लगातार बढ़ावा मिल रहा है। लोगों की बुनियादी समस्याओं की बजाय मन्दिर-मस्जिद और आरक्षण जैसे मुद्दों पर लोगों को आपस में लड़ाया जा रहा है। आज़ादी के 70 वर्ष बाद भी आम जनता बुनियादी ज़रूरतों तक से महरूम है। ग़रीबी, कुपोषण, अशिक्षा, बेरोज़गारी इत्यादि जैसी समस्याओं से लोग परेशान हैं। ऐसे समय में काकोरी एक्शन के शहीद हमारे लिए एक मिसाल के समान हैं। अशफ़ाक और बिस्मिल की दोस्ती आज साम्प्रदायिक सद्भावना और साझे संघर्ष की प्रतीक है। इसीलिए उनके शहादत दिवस यानि 19 दिसम्बर को आवामी एकजुटता के प्रतीक के रूप में मनाया जाना चाहिए।
मुक्तिकामी छात्रों-युवाओं का आह्वान,जनवरी-फरवरी 2018
'आह्वान' की सदस्यता लें!
आर्थिक सहयोग भी करें!