Category Archives: नया अंक

जुलाई सितम्‍बर 2000

7-21 अगस्‍त 1991

  • एक नये सामाजिक परिवर्तन की दिशा में इस नई पहल के हाथ मजबूत करो
  • अब महंगाई की मार सीधे दाल रोटी पर
  • गोरखपुर विश्‍वविद्यालय – प्रवेश परीक्षा से योग्‍यता के तर्क की कलई खुली
  • बिकाऊ माल बन चुकी है प्राथमिक शिक्षा – संजय श्रीवास्‍तव
  • पाठ्य पुस्‍तकों की किल्‍लत और कालाबाजारी से लोग त्रस्‍त हैं
  • बीमार अर्थव्‍यवस्‍था : सरकार के नुस्‍खे कितने कारगर होंगे ? – अरविन्‍द सिंह
  • बच्‍चों को स्‍वाधीन बनाओ – प्रेमचन्‍द (अप्रैल 1930)
  • छात्रों के प्रति – बर्तोल्‍त ब्रेख्‍त