भगतसिंह जनअधिकार यात्रा का गोरखपुर का पहला जिला सम्मेलन सम्पन्न
भगतसिंह जनअधिकार यात्रा का गोरखपुर जिले का पहला जिला सम्मेलन चन्द्रशेखऱ आज़ाद के जन्मदिवस की पूर्वसन्ध्या पर 22 जुलाई को गोरखपुर के कचहरी स्थित अधिवक्ता सभागार में हुआ। सम्मेलन की शुरुआत में अंजली ने 12 मार्च से अब तक भगतसिंह जनअधिकार यात्रा की रिपोर्ट प्रस्तुत की साथ ही यात्रा की माँगों पर बातचीत की।
शिक्षा-रोज़गार के सवाल पर बातचीत रखते हुए दिशा छात्र संगठन की अंजलि ने कहा कि देश में प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक पूँजीपतियों के मुनाफे की भेंट चढ़ायी जा चुकी है। नयी शिक्षा नीति के लागू होने के साथ ही सभी विश्वविद्यालयों की फ़ीस में वृद्धि शुरु हो चुकी है। गोरखपुर में लगातार दूसरे साल फ़ीस वृद्धि हुई है। इसी तरह रोज़गार का भयंकर संकट इस स्थिति तक पहुँच गया है कि वर्तमान समय में बेरोज़गारी की स्थिति कोविड के समय की स्थिति तक पहुंच गयी है। सभी श्रम क़ानूनों की धज्जियाँ उड़ा कर पूँजीपतियों को मेहनतकशों के लूट की खुली छूट दे दी गयी है।
सम्मेलन में बातचीत रखते हुए भारत की क्रान्तिकारी मज़दूर पार्टी के प्रसेन ने कहा कि देश की आम मेहनतकश आबादी महँगाई के पाटे में पिस रही है। टमाटर, तेल, सिलिण्डर समेत हर ज़रुरी चीज़ के दाम आसमान छू रहे हैं। उत्तर प्रदेश में बेरोज़गारी की भयानक स्थिति को इसी से समझा जा सकता है कि पिछले कई सालों से सरकार के तमाम विभागों में ग्रुप सी और डी के पदों पर भर्तियाँ ही नहीं आयी हैं। शिक्षा-चिकित्सा समेत हर चीज़ बाज़ार में बिक रही है। वास्तव में पूँजीपति वर्ग ने भाजपा और संघ परिवार को इसीलिए सत्ता में बैठाया ही है ताकि जनता की सुविधाओं में कटौती करके उनकी झोली भर सके और इसकी वजह से पैदा होने वाले असन्तोष को जाति और धर्म के आधार पर नफ़रत फैलाकर डायवर्ट कर सके। इस फ़ासीवादी हमले का मुकाबला पूँजीवादी चुनावी गठबन्धनों के भरोसे नहीं बल्कि मेहनतकश जनता की जुझारू जन एकजुटता से किया जा सकता है।
सम्मेलन में नौजवान भारत सभा के विकास, पीयूसीएल के फतेह बहादुर सिंह ने बात रखी। सम्मेलन के दौरान ‘तमाशा’ नाटक की प्रस्तुति की गयी।
सम्मेलन की अध्यक्षता कर्मचारी नेता जगदीश पाण्डेय ने की। सम्मेलन का समापन अधिवक्ता सभागार से बिस्मिल प्रतिमा तक पैदल मार्च निकाल कर किया गया।
मुक्तिकामी छात्रों-युवाओं का आह्वान, सितम्बर-अक्टूबर 2023
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