दिल्ली विश्वविद्यालय और इलाहाबाद विश्वविद्यालय में ऑफ़लाइन कक्षाओं के संचालन और पुस्तकालय खोलने के लिए प्रदर्शन
दिशा छात्र संगठन- दिल्ली विश्वविद्यालय इकाई और अन्य प्रगतिशील छात्र संगठनों की ओर से दिल्ली विश्वविद्यालय में केन्द्रीय पुस्तकालय खोलने, ऑफलाइन कक्षाओं के संचालन करने, लैब खोलने आदि माँगों को लेकर आर्ट्स फैकल्टी गेट पर प्रदर्शन किया गया। छात्रों ने अपनी माँगों का ज्ञापन विश्वविद्यालय प्रशासन को सौंपा।
दिशा छात्र संगठन-इलाहाबाद विश्वविद्यालय इकाई की ओर से केन्द्रीय पुस्तकालय खोलने, ऑफलाइन कक्षाओं को बहाल करने और विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रों से मनमानी फ़ीस वसूलने के ख़िलाफ़ छात्रसंघ भवन पर प्रदर्शन किया। इसके पहले इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रों के बीच तीन दिवसीय हस्ताक्षर अभियान चलाकर कुलपति को ज्ञापन दिया गया था। दिशा छात्र संगठन की यह भी माँग है कि प्रशासन छात्रों से मनमानी वसूली गयी फ़ीस वापस करे या फिर नये सत्र की फ़ीस माफ करे।
ग़ौरतलब है कि पिछले सत्र में इलाहाबाद विश्वविद्यालय कोविड महामारी के कारण बन्द रहा इसलिए ऑनलाइन कक्षाएं चलाई गई और इस दौरान कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं हुआ, कोई खेलकूद की गतिविधि नहीं हुई, पुस्तकालय पूरी तरह से बन्द रहा और यही नहीं, जब छात्रों को भी प्रमोट किया गया, कोई परीक्षा नहीं हुआ, पिछले तीन सालों से छात्रसंघ चुनाव बन्द है, फिर भी विश्वविद्यालय छात्रों से पूरी फ़ीस की वसूली की और इस बार भी करने के फिराक में है। ऐसे में दिशा छात्र संगठन ने प्रदर्शन कर फ़ीस में पारदर्शिता बहाल करने की माँग की और इस सत्र की फ़ीस माफ करने की माँग उठाया।
देश के कई केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में पुस्तकालयों को खोल दिया गया है। यहाँ तक कि मॉल, सिनेमाघर, रेस्तरां भी खुल रहे हैं। जेएनयू व बीएचयू के छात्र-छात्राएँ पुस्तकालय में जाकर पढ़ाई कर रहे हैं लेकिन दिल्ली विश्वविद्यालय और इलाहाबाद विश्वविद्यालय में अभी तक पुस्तकालय को बन्द रखा गया है। जिससे छात्र-छात्राएँ प्राइवेट पुस्तकालयों में पैसे देकर पढ़ने को मजबूर हैं। लाइब्रेरी खोलने की माँग हो, कैम्पस खोलने की माँग या फिर फ़ीस माफ़ी की माँग, डीयू और एयू प्रशासन छात्रों की इन माँगों पर आँखें मूंदे बैठा है। कोरोना महामारी के दौर को सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन दोनों ने ही छात्र-विरोधी नीतियाँ बनाने के लिए पर इस्तेमाल किया।
मुक्तिकामी छात्रों-युवाओं का आह्वान, जुलाई-अगस्त 2021
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