रोहतक में निर्भया काण्ड के ख़िलाफ़ जन-अभियान व प्रदर्शन
रोहतक निर्भया काण्ड की भर्त्सना करते हुए विभिन्न जन संगठनों ने विरोध प्रदर्शन भी किये। इसी कड़ी में रोहतक में नौजवान भारत सभा ने दिशा छात्र संगठन और स्त्री मुक्ति लीग के साथ मिलकर देश और प्रदेश में हो रहे स्त्री उत्पीड़न की घटनाओं के ख़िलाफ़ जन-जागरूकता अभियान चलाकर विरोध प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा। नौजवान भारत सभा के रमेश खटकड़ ने बताया कि पुलिस-प्रशासन की भूमिका आज अग्नि शमन विभाग से ज़्यादा नहीं रह गयी है। छेड़छाड़ और बलात्कार की दर्दनाक घटनाएँ हो जाने के बाद ही पुलिस-प्रशासन सकते में आता है। यदि इस देश की सरकारें स्त्रियों की सुरक्षा नहीं दे सकती, रोज़गार और शिक्षा नहीं दे सकती तो उनका काम क्या है? दूसरी बात आज समाज को पीछे ले जाने वाली ताक़तें भी समाज में सक्रिय हैं जो लड़कियों को घर की चार-दीवारी में ही कैद रखना चाहती हैं। इनके ख़िलाफ़ भी हमें एकजुट होना पड़ेगा, इनसे लोहा लेना पड़ेगा। दिशा छात्र संगठन की आदिति ने कहा कि आज छात्रों की भी बड़ी ज़िम्मेदारी बनती है कि वे स्त्रियों के हक़ों, उनके जनवादी अधिकारों के लिए आवाज़ उठायें। आज नौजवान लड़कियों को भी आगे आने की ज़रूरत है। व्यापक परचा वितरण व नुक्कड़ सभाए करते हुए जन-जागरूकता अभियान शहर के बस अड्डे, रेलवे स्टेशन, महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय के कैम्पस, जाट कॉलेज, सर छोटूराम पोलिटेक्निक, प. नेकीराम कॉलेज, सी.आर. कॉलेज आदि में चलाया गया था। 13 फ़रवरी को प्रदर्शन का आयोजन किया गया। सभा को सम्बोधित करते हुए स्त्री मुक्ति लीग की शिवानी ने कहा कि आज हमें न केवल अपने जनवादी अधिकारों के लिए लड़ना पड़ेगा बल्कि पूँजीवादी व्यवस्था से भी टकराना पड़ेगा जिसने स्त्रियों को एक बिकाऊ माल में तब्दील कर दिया है। हमें अपने अधिकारों के लिए तात्कालिक रूप से सत्ता-व्यवस्था पर तो दबाव बनाना ही पड़ेगा लेकिन स्त्री मुक्ति के अपने संघर्ष को व्यवस्था परिवर्तन के साथ भी जोड़ना पड़ेगा। स्त्री उत्पीड़न के खात्में पर विभिन्न वक्ताओं ने अपनी बातें रखी। प्रदर्शन के बाद डीसी को ज्ञापन सौंपा गया जिसमें रोहतक निर्भया के मामले में फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट, दोषियों को बिना शर्त मृत्यु दण्ड देने, पीड़िता के परिवार को उचित मुआवज़ा देने और तमाम स्त्री-विरोधी अपराधों को तुरन्त संज्ञान में लिया जाये आदि माँगें शामिल थी। उक्त विरोध प्रदर्शन में करीब 100 लोग शामिल थे जिनमें छात्र-छात्राएँ और आम नागरिक शामिल थे। 15 फ़रवरी को भी नरवाना में भी कई संगठनों ने साझे रूप से रोहतक निर्भया काण्ड के ख़िलाफ़ प्रदर्शन और विरोध मार्च का आयोजन किया गया। यह विरोध मार्च नरवाना के नेहरु पार्क से भगतसिंह चौक, बाज़ार, नेताजी सुभाष चौक से होते हुए रेलवे स्टेशन तक निकाला गया। नौजवान भारत सभा के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में इस प्रदर्शन और विरोध मार्च में भाग लिया।
मुक्तिकामी छात्रों-युवाओं का आह्वान, जनवरी-अप्रैल 2015
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