प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट लीग द्वारा ऑनलाइन प्रदर्शनी ‘यथार्थवाद का मण्डप-2’ का आयोजन

आह्वान डेस्क

प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट लीग ने ‘महामारी के दौर में कला’ विषय पर ऑनलाइन प्रदर्शनी आयोजित की। इस प्रदर्शनी में अलग-अलग जगहों से कलाकारों ने हिस्सेदारी की व उक्त विषय पर बनाई गई पेंटिंग, स्केच, वीडियो, कविताएँ एवं कोलाज साझा किए। यह प्रदर्शनी कोरोना काल में पैदा हुई मानवीय संकट के कारणों को कला के जरिये आमजन तक ले जाने का एक प्रयास थी।
कलाकारों ने इस क्रूर समय की कठोर सच्चाई को अपनी कूची, रंग, स्याही, शब्दों एवं अन्य तकनीकों के माध्यम से उजाकर किया। इस प्रदर्शनी में शामिल कलाकारों ने अपनी कला के जरिये आज के वक्त की भयावहता के कारणों को खोलकर रखा, बजाय उसको रहस्यमयी और धुँधला बनाने के। साथ ही, इंसानों की मौत पर शासन कर रहे भेड़ियों को किसी बनावटी कोमलता से ढ़कने की कोशिश नहीं की बल्कि उनकी असलियत को उजागर किया। महामारी के इस काल में कलाकारों पर ये ज़िम्मेदारी आयद होती है कि वो अपनी कला से आमजन के भीषण कष्ट को चित्रित करें,उनकी कलाकृति करुणा नहीं बल्कि क्रोध उपजाती हो और आमजन के सामने एक विकल्प पेश करती हो क्योंकि असल में मनुष्य को बचाना ही अपने आप में कला को बचाना है।
इस प्रदर्शनी में शामिल कुछ कलाकृतियों को हम आह्वान के पन्नों पर आपके साथ साझा कर रहें हैं। पूरी प्रदर्शनी को देखने के लिए प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट्स लीग के फेसबुक पेज (https://www.facebook.com/ProgressiveArtistsLeague/) पर ज़रूर जाएं।

शीर्षक – रोटी, कलाकार – प्रांजल

शीर्षकविहीन, कलाकार – जगविन्दर

शीर्षक – स्मोकिंग क्रिमिटोरियम, कलाकार – उत्तम घोष

 

शीर्षक – स्मोकिंग क्रिमिटोरियम 2, कलाकार – उत्तम घोष

 

शीर्षकविहीन, कलाकार – अरबिन्द

 

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