पटना में दिशा छात्र संगठन और नौजवान भारत सभा द्वारा ‘जन तक कविता-कविता तक जन’ का आयोजन

आह्वान संवाददाता, बिहार

दिशा छात्र संगठन और नौजवान भारत सभा की पटना इकाइयों ने बाँकीपुर गर्ल्स हाई स्कूल में 27 नवम्बर को ‘जन तक कविता-कविता तक जन’ का आयोजन किया। इस आयोजन में कविता पोस्टर प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया। मंच का संचालन करते हुए देबाशीष बराट ने कहा कि आम तौर पर यह समझा जाता है कि कविता-कहानी बुद्धिजीवियों के लिए होता है और आम लोग उसे नहीं समझ पाते और ये चीज़ें उनकी ज़द से बाहर हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि कविता समेत सभी स्वस्थ साहित्यिक-सांस्कृतिक माध्यम उत्पादन की कार्रवाइयों से पैदा होते हैं। इन्हें जन्म देने वाली असली शक्ति स्वयं मेहनतकश जनता और आम लोग होते हैं जो रोज़मर्रा की जिन्दगी में रोज़ी-रोटी की जद्दोजहद से दो-चार होते हैं। इसके बाद स्कूल की छात्राओं को कविता-पाठ के लिए आमन्त्रित किया। स्कूली छात्राओं ने तमाम क्रान्तिकारी कवियों की कविताओं का भावपूर्ण पाठ किया।

नौजवान भारत सभा के नवीन ने गोरख पाण्डेय और नरेन्द्र जैन द्वारा लिखी गयी साम्प्रदायिकता-विरोधी कविताओं का पाठ किया। इसके बाद कार्यक्रम में अलग-अलग कार्यकर्ताओं और छात्रें द्वारा सत्यव्रत की ‘हमारे समय के दो पहलू’, पाश की ‘सबसे ख़तरनाक’, कात्यायनी की ‘एक बग़ावती प्रार्थना’, ‘सात भाइयों के बीच चम्पा’ और ‘हॉकी खेलती लड़कियाँ’ का पाठ किया। इसके अलावा, जर्मन कवि बेर्टोल्ट ब्रेष्ट की कुछ कविताओं का भी पाठ किया गया। कार्यक्रम के अन्त में संचालक देबाशीष ने शशि प्रकाश की कविता ‘अगर तुम युवा हो’ का पाठ किया। छात्राओं ने कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक शिरक़त की।

 

मुक्तिकामी छात्रों-युवाओं का आह्वान, जुलाई-दिसम्‍बर 2012

 

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