भगतसिंह के जन्मदिवस के अवसर पर ‘शहीदेआज़म भगतसिंह विचार यात्रा’
आह्वान संवाददाता, दिल्ली
दिल्ली, 28 सितम्बर। शहीदे-आजम भगतसिंह के 106वें जन्मदिवस के अवसर पर नौजवान भारत सभा की अगुवाई में ‘‘शहीदेआजम भगतसिंह विचार यात्रा’’ का आयोजन किया गया। दिल्ली के करावल नगर इलाके में नौभास और दिशा छात्र संगठन द्वारा इस अवसर पर जनसभा व पर्चा वितरण किया गया। यात्रा की शुरुआत शहीद भगतसिंह पुस्तकालय से की गयी।
यात्रा जगह-जगह नुक्कड़ चौराहों पर जनसभा करती हुई गयी। यात्रा मुकुन्द विहार, न्यूसभापुर, शहीद भगतसिंह कॉलोनी जैसे नागरिक इलाकों से होती हुई मक्खन मार्किट पहुँची। इसी दौरान लोगों तक परचा भी पहुँचाया गया। एक सभा को संबोधित करते हुए नौभास के शमीम ने कहा कि आज भगतसिंह को याद करने का मतलब महज रस्मअदायगी नहीं है। भगतसिंह ने खुद कहा था कि हमारी लड़ाई महज गोरी लूट के खि़लाफ नहीं है हम हर प्रकार को शोषण के विरुद्ध हैं। आज आजादी के 65वर्ष बाद भी यदि लोगों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया नहीं हैं तब ऐसी आजादी पर प्रश्न चिन्ह लगना लाजिमी है। नुक्कड़ सभाओं के दौरान बच्चों द्वारा शहीदों का प्रसिद्ध गीत ‘‘मेरा रंग दे बसंती चोला’’ की प्रस्तुति की गयी। मौजूदा व्यवस्था की समस्याओं को उजागर करते नारे बुलन्द किये गये, जिसमें मुख्य रहे भगतसिंह ने दी आवाज! बदलो-बदलो देश-समाज!!, जाति-धार्म के झगड़े छोड़ो! सही लड़ाई से नाता जोड़ो!!। यात्रा का समापन शहीद भगतसिंह पुस्तकालय पर किया गया जहाँ नौभास के योगेश ने बच्चों को एक साथ शपथ दिलाई कि हमें अपने महान शहीदों के अधूरे सपनों को पूरा करना है।
मुक्तिकामी छात्रों-युवाओं का आह्वान, जुलाई-दिसम्बर 2012
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