एक युवा राजनीतिक कार्यकर्ता के आपात चिकित्सा कोष के लिए अपील
मित्रो,
‘आहृान’ टीम के सक्रिय सदस्य योगेश स्वामी (25 वर्ष) नौजवान भारत सभा, दिल्ली के कार्यकर्ता हैं। शहीद भगतसिंह, राजगुरु और सुखदेव के 75वें शहादत दिवस (23 मार्च, 2005) से भगतसिंह जन्मशताब्दी वर्ष के समापन (28 सितम्बर, 2008) के बीच के तीन वर्षों के दौरान क्रान्तिकारियों के विचारों के व्यापक प्रचार-प्रसार और नई सामाजिक क्रान्ति के आह्वान के लिए चलाई जा रही ‘स्मृति संकल्प यात्रा’ में वह पूर्णकालिक तौर पर सक्रिय थे। इसी यात्रा के दौरान वह अपनी प्रचार टोली के साथ एक अभियान पर निकले हुए थे जब गत 19 जून की सुबह दिल्ली के वजीराबाद पुल के पास अन्धाधुन्ध रफ्तार से आती एक जीप ने उन्हें टक्कर मार दी। प्रचार टोली के दो और साथी आशीष (इनके पैर और कमर में तीन फ्रैक्चर हैं) और योगेश कुमार भी गम्भीर रूप से ज़ख्मी हुए पर वे खतरे से बाहर हैं।
योगेश स्वामी को गम्भीर हालत में सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर लाया गया जहाँ बदइन्तज़ामी और लापरवाही के चलते कई घण्टे बाद पता चला कि उनके मस्तिष्क में गहरी चोट है और तत्काल उनके मस्तिष्क का अत्यन्त जटिल ऑपरेशन करना पड़ेगा। उसके बाद उन्हें फ़ौरन गंगाराम अस्पताल ले जाया गया जहां उनके मस्तिष्क के दो ऑपरेशन हो चुके हैं।
यह अंक प्रेस में जाने तक (13–7–07) उन्हें होश आ चुका है और एक-दो दिन में उन्हें कुछ दिनों के लिए अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी। उनके सिर के दाहिनी ओर की पूरी हड्डी अभी निकली हुई है जिसे जोड़ने के लिए कुछ सप्ताह बाद एक और ऑपरेशन के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती होना होगा। उनके मस्तिष्क और शरीर को सामान्य स्थिति में लाने के लिए महीनों तक उन्हें विशेष देखभाल और इलाज की जरूरत होगी।
पिछले 6–7 वर्षों से योगेश सामाजिक-राजनीतिक कार्रवाइयों में सक्रिय रहे हैं। भूमण्डलीकरण-उदारीकरण की नीतियों के खिलाफ़ क्रान्तिकारी प्रचार अभियानों, दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्रों की समस्याओं को लेकर चलने वाले आन्दोलनों से लेकर नागरिक समस्याओं के समाधान के लिए या पुलिस दमन-उत्पीड़न के विरुद्ध चलने वाले आन्दोलनों में वे हमेशा अगली कतार में रहे हैं। मजदूर इलाकों में राजनीतिक प्रचार तथा सामाजिक सुधार के कामों से भी वे जुड़े हुए हैं। वे युवा सांस्कृतिक टोली ‘विहान’ के भी सक्रिय सदस्य हैं तथा छात्रों-युवाओं से जुड़े मसलों पर पत्र-पत्रिकाओं में लिखते रहे हैं। ‘आहृान’ के पाठकों को पिछले अंकों में उनकी टिप्पणियों की याद होगी।
योगेश स्वामी के परिवार में सिर्फ़ उनके तीन भाई हैं और वे सभी नौजवान भारत सभा के समर्पित कार्यकर्ता हैं।
तरुणाई के दिनों से ही सामाजिक बदलाव के लक्ष्य के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले इस नौजवान की प्राणरक्षा के लिए जारी अपील पर देशभर से तत्काल बड़ी संख्या में लोगों ने प्रतिसाद दिया और उन सबसे मिले सहयोग की बदौलत ही योगेश का अब तक का इलाज जारी है। हम उन सबके आभारी हैं। इसने हमारे इस विश्वास को मज़बूत बनाया है कि सामाजिक कार्यकर्ताओं के जीवन को मूल्यवान समझने वाले और गहन मानवीय सरोकार वाले लोगों की समाज में कमी नहीं है। छात्र-युवा कार्यकर्ताओं की टोलियाँ पारी बाँधकर दिन-रात अस्पताल में योगेश की देखभाल में जुटी रही हैं।
हम कृतसंकल्प हैं कि चाहे जितने भी लम्बे इलाज और देखभाल की जरूरत हो हम इस नौजवान को सामान्य स्थिति में लायेंगे। पर हमें इसमें आपका भी सहयोग चाहिए। हम सामाजिक सरोकार रखने वाले सभी संवेदनशील, प्रबुद्ध नागरिकों, छात्रों, युवाओं, बुद्धिजीवियों से अधिकतम सम्भव आर्थिक मदद करने के लिए पुरजोर अपील कर रहे हैं। आप अपना सहयोग मनीआर्डर द्वारा या दिल्ली में देय चेक या ड्राफ्ट द्वारा ‘जय पुष्प’ के नाम से नीचे दिये गये ‘स्मृति संकल्प यात्रा’ के पते पर भेज सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए आप इन नम्बरों, ईमेल और पतों पर सम्पर्क कर सकते हैं:
अभिनव: 09213243755, शिवानी: 09911055517, सत्यम: 09312967616
अभिनव सिन्हा
दिशा छात्र संगठन
कमरा नं- 3, ए-67, क्रिश्चियन कॉलोनी
दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली-110007
समन्वय डेस्क, स्मृति संकल्प यात्रा
द्वारा, सत्यम
सी–74, एसएफ़एस फ्लैट्स,
सेक्टर–19, रोहिणी, दिल्ली-110089
मुक्तिकामी छात्रों-युवाओं का आह्वान, जुलाई-सितम्बर 2007
'आह्वान' की सदस्यता लें!
आर्थिक सहयोग भी करें!