उद्धरण
“जीने के बजाय लोग अपना समूचा जीवन जीने की तैयारी करने में गँवा देते हैं। और जब इतना सारा समय हाथ से निकल जाने के बाद वे अपने को लुटा हुआ देखते हैं, तो भाग्य को कोसने लगते हैं।”
–बुढ़िया इजरगिल
(मक्सिम गोर्की की कहानी ‘बुढ़िया इजरगिल’ की एक पात्र)
“आदमी का हृदय जब वीर कृत्यों के लिए छटपटाता हो, तो इसके लिए वह सदा अवसर भी ढूँढ लेता है। जीवन में ऐसे अवसरों की कुछ कमी नहीं है और अगर किसी को ऐसे अवसर नहीं मिलते, तो समझ लो कि वह काहिल है या फिर कायर या यह कि वह जीवन को नहीं समझता।”
–बुढ़िया इजरगिल
(मक्सिम गोर्की की कहानी ‘बुढ़िया इजरगिल’ की एक पात्र)
“जो लोग अस्थायी सुरक्षा के लिए अपनी बुनियादी आज़ादी गिरवी रखने को तैयार हो जाते हैं, वे न सुरक्षा के अधिकारी हैं और न ही आज़ादी के।”
– बेंजामिन फ्रैंकलिन
“प्यार का उल्टा नफ़रत नहीं, तटस्थता है। सुंदर का उल्टा असुंदर नहीं, तटस्थता है। विश्वास का उल्टा अविश्वास नहीं, तटस्थता है। जीवन का उल्टा मृत्यु नहीं तटस्थता है।”
– एली वीज़ल
“बिना इस्तेमाल के लोहे में जंग लग जाती है, ठहरा हुए पानी गन्दा हो जाता है….और इसी तरह निष्क्रियता मस्तिष्क को खोखला कर देती है।”
– लियोनार्डो डा विंची
भगतसिंह ने कहा
“भारतीय रिपब्लिक के नौजवानो, नहीं सिपाहियो, कतारबद्ध हो जाओ। आराम के साथ न खड़े रहो और न ही निरर्थक कदमताल किये जाओ। लम्बी दरिद्रता को, जो तुम्हें नाकारा कर रही है, सदा के लिए उतार फेंको। तुम्हारा बहुत ही नेक मिशन है। देश के हर कोने और हर दिशा में बिखर जाओ और भावी क्रान्ति के लिए, जिसका आना निश्चित है, लोगों को तैयार करो। फर्ज़ के बिगुल की आवाज़ सुनो। वैसे ही ख़ाली ज़िन्दगी न गँवाओ। बढ़ो, तुम्हारी ज़िन्दगी का हर पल इस तरह के तरीके और तरतीब ढूँढ़ने में लगना चाहिए, कि कैसे अपनी पुरातन धरती की आँखों में ज्वाला जागे और एक लम्बी अँगड़ाई लेकर वह जाग उठे।”
आह्वान कैम्पस टाइम्स, जुलाई-सितम्बर 2006
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