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आदमपुर में व्यापक प्रचार अभियान

शहीद भगतसिंह की जन्मशताब्दी के आरम्भ के सन्दर्भ में जालन्धर के आदमपुर इलाके में 28 सितम्बर 2006 को पूरा दिन प्रचार कार्यक्रम चलाया गया। नौभास के कार्यकर्ताओं ने 28 तारीख़ को सुबह–सुबह प्रभात–फेरी निकाली। क्रान्तिकारी गीत गाते हुए और नारे लगाते हुए नौभास के सदस्यों ने लोगों तक शहीद भगतसिंह के विचारों को पहुँचाया। इसके बाद दो सीनियर सैकंडरी स्कूलों और एक कॉलेज में जाकर विद्यार्थियों को शहीद भगत सिंह के बारे में बताया गया और उन्हें शहीद भगत सिंह और उनके साथियों द्वारा देखे गये सपने को पूरा करने के प्रेरित किया गया। नौभास के कार्यकर्ता अपने साथ क्रान्तिकारी किताबें और शहीद भगतसिंह के पोस्टर भी लेकर गये थे। विद्यार्थियों और अध्‍यापकों ने बड़ी गिनती में यह किताबें और पोस्टर जो कि शहीद भगतसिंह और उनके साथियों के विचारों और जीवन के बारे में जानने के उनके उत्साह का प्रतीक था। विद्यार्थियों में पर्चा भी बाँटा गया। शाम के वक़्त इलाके में पैदल मार्च किया गया। लोगों में पर्चा बाँटा गया और क्रान्तिकारी गीत गाये गये।

पंजाब में स्मृति संकल्प यात्रा के तहत मशाल जुलूस व बच्चों के भाषण मुकाबले

स्मृति संकल्प यात्रा के अंतर्गत ही शहीद भगत सिंह जन्मशताब्दी के प्रारम्भ के सन्दर्भ में लुधियाना के लक्ष्मण नगर इलाके में नौभास द्वारा मशाल मार्च किया गया। इस मार्च में ज़्यादातर मजदूर नौजवान थे। 25–27 नौजवानों का यह मशाल मार्च क्रान्तिकारी नारे लगाते हुए जिन–जिन गलियों में से गुजरा, लोग अपने–अपने घरों से बाहर निकल आये। लोगों में स्मृति संकल्प यात्रा का पर्चा बाँटा गया। कई जगहों पर नुक्कड़ सभायें की गईं।

स्मृति संकल्प यात्रा की शुरुआत का ऐलान

शहीदेआज़म भगतसिंह के 98वें जन्मदिवस के अवसर पर 28 सितम्बर, 2005 के दिन शहीद पार्क, फ़िरोज़शाह कोटला के ऐतिहासिक स्थान पर नौजवान भारत सभा और दिशा छात्र संगठन ने संकल्प दिवस मनाते हुए देश भर में भगतसिंह और उनके साथियों के क्रान्तिकारी विचारों को प्रचारित-प्रसारित करने की शपथ ली। यह स्मृति संकल्प यात्रा भगतसिंह के 75वें शहादत वर्ष के आरम्भ (23 मार्च, 2005) से लेकर उनके जन्म शताब्दी वर्ष के समापन (28 सितम्बर, 2008) तक के तीन वर्षों के दौरान देश भर में साईकिल यात्राएँ, पद यात्राएँ और जुलूस निकालने के साथ-साथ सांस्कृतिक टोलियों के देशव्यापी दौरों और विश्वविद्यालय परिसरों में भगतसिंह के विचारों पर गोष्ठियों, विचार–विमर्श चक्रों को आयोजित करेगी। इस दौरान भगतसिंह और उनके साथियों के दस्तावेज़ों और अन्य क्रान्तिकारी साहित्य को पर्चों, पुस्तिकाओं और पुस्तकों के माध्यम से गाँव-गाँव में, शहरों में, विश्वविद्यालय परिसरों और कॉलेजों में, कारखानों और मज़दूर बस्तियों में पहुँचाया जाएगा।

दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रावासों में ‘विहान’ के सांस्कृतिक कार्यक्रम

‘दिशा छात्र संगठन’ की सांस्कृतिक टोली ‘विहान’ ने छात्रों के बीच फ़ैले सांस्कृतिक घटाटोप के विरुद्ध मुहिम छेड़ते हुए हाल ही में दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रवासों में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला शुरू की। यह अभियान अगस्त में शुरू हुआ और अभी भी जारी है। इस श्रृंखला में अब तक मानसरोवर छात्रावास, जुबली छात्रावास, कोठारी छात्रावास और दौलत राम कॉलेज छात्रावास के परिसरों में कार्यक्रम हो चुके हैं।

स्‍मृति संकल्‍प यात्रा (23 मार्च 2005-28 सितम्‍बर 2008) के लिए आह्वान

बैठे-बैठे सोचते रहने से तो हर राह मुश्किल लगती है। राह की कठिनाइयों को यात्रा शुरू करने के बाद ही दूर किया जा सकता है। भगतसिंह और उनके साथियों का सपना एक जलता हुआ प्रश्न बनकर हमारी आँखों में झाँक रहा है। उनकी विरासत हमें ललकार रही है और भविष्य हमें आवाज़ दे रहा है। एक ज़िन्दा क़ौम के नौजवान इसकी अनसुनी नहीं कर सकते। हम एक नई क्रान्ति की तैयारी के लिए, एक नये क्रान्तिकारी नवजागरण का सन्देश पूरे देश में फ़ैला देने के लिए आपका आह्वान करते हैं