जनवरी जून 2013

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पाठक मंच

अपनी ओर से

बंगलादेश में मुनाफ़े की अन्धी हवस की बलि चढ़े सैकड़ों मज़दूर

स्मृति-शेष

कॉ. शालिनी नहीं रहीं…

विशेष लेख

सन्त पूँजीवाद का भ्रम फैलाने का बचकाना और मज़ाकिया प्रयास / शिवानी

सामयिकी

सारदा चिटफण्ड घोटालाः लुटेरे, सेंधमार पूँजीवाद का उदाहरण / शिशिर

नकद सब्सिडी योजना-एक ग़रीब-विरोधी योजना / योगेश

पूरे देश को फासीवाद की प्रयोगशाला में तब्दील करने की तैयारी / अरविन्‍द

पूँजीवादी जनवाद के खाने के दाँत / श्‍वेता

“विकास” की बेलगाम ऊर्जा / प्रेम प्रकाश

उद्यमशीलता की आड़ में मेहनतकशों के लूट की माँग! / गजेन्‍द्र

दुनिया के सबसे बड़े और महँगे पूँजीवादी जनतन्त्र की तस्वीर / अजय

किसे चाहिए अमेरिकी शैली की स्वास्थ्य सेवा? / विराट

रपट

‘जाति उन्मूलन का रास्ता मज़दूर इंक़लाब से होकर जाता है!’ – चतुर्थ अरविन्द स्मृति संगोष्ठी (12-16 मार्च, 2013), चण्डीगढ़ में सम्‍पन्‍न

विश्व पटल पर

अमेरिका की बन्दूक संस्कृति पूँजीवादी संस्कृति की ज़हरीली उपज

आर्कटिक पर कब्ज़े की जंग / विराट

विरासत

चन्द्रशेखर आज़ाद-ग़रीब मेहनतकश जनता की क्रान्ति चेतना के प्रतीक

फिल्म समीक्षा

डार्क नाइट राइजे़ज़ः पूँजीवाद या बर्बरता! / सनी

साहित्य

मक्सिम गोर्की की कहानी – कोलुशा

उद्धरण

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